शारीरिक संबंध कब नहीं बनाना चाहिए

शारीरिक संबंध कब नहीं बनाना चाहिए ?

परिचय

 

शारीरिक संबंध वैवाहिक रिश्ते का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो भावनात्मक जुड़ाव और विश्वास को मजबूत करते हैं। ये तनाव घटाने और स्वास्थ्य सुधारने में मदद करते हैं।

महत्व

  • भावनात्मक और शारीरिक जुड़ाव
  • रिश्ते को मजबूत बनाना
  • स्वास्थ्य लाभ

सही समय और परिस्थितियों का महत्व

  • दोनों साथियों की सहमति आवश्यक
  • स्वास्थ्य और स्वच्छता का ध्यान
  • सही परिस्थितियाँ रिश्ते और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं।



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स्वास्थ्य से जुड़ी परिस्थितियाँ

 

1. संक्रमण या यौन संचारित रोग (STI) के समय

  • यौन संचारित रोगों के दौरान शारीरिक संबंध से संक्रमण फैल सकता है।
2. जननांगों में चोट या दर्द
  • चोट या दर्द के समय शारीरिक संबंध से स्थिति बिगड़ सकती है।
3. गर्भावस्था के दौरान विशेष परिस्थितियाँ
  • गर्भावस्था में कुछ जटिलताओं (जैसे प्लेसेंटा प्रिविया) के दौरान शारीरिक संबंध से बचना चाहिए।

इन परिस्थितियों में स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए शारीरिक संबंध से परहेज करना बेहतर होता है।



मानसिक और भावनात्मक स्थिति

 

शारीरिक संबंध बनाने के लिए केवल शारीरिक तैयारियों की नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्थिति का भी ध्यान रखना जरूरी है।

1. तनाव, डिप्रेशन, या मानसिक अस्थिरता के दौरान
  • जब कोई व्यक्ति मानसिक तनाव, डिप्रेशन या मानसिक अस्थिरता से गुजर रहा हो, तो शारीरिक संबंध बनाने से और अधिक तनाव या असहजता हो सकती है।
  • मानसिक स्थिति को बेहतर करने के लिए समय देना और उचित चिकित्सा या सहायता लेना आवश्यक है।
2. जब आपसी सहमति या भावना की कमी हो
  • शारीरिक संबंध हमेशा दोनों पार्टनर्स की सहमति और भावनात्मक जुड़ाव से होने चाहिए।
  • यदि किसी व्यक्ति की भावना की कमी हो या दोनों के बीच असहमति हो, तो शारीरिक संबंध से बचना चाहिए।

इन मानसिक और भावनात्मक स्थितियों में शारीरिक संबंध से परहेज करना और संवाद बनाए रखना बेहतर होता है।



शारीरिक अस्वस्थता या थकावट

 

शारीरिक अस्वस्थता और थकावट की स्थिति में शारीरिक संबंध से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है।

1. अत्यधिक थकावट या नींद की कमी के समय
  • जब शरीर अत्यधिक थका हुआ हो या नींद की कमी हो, तो शारीरिक संबंध से शारीरिक ऊर्जा पर और अधिक दबाव पड़ सकता है।
  • पर्याप्त आराम और नींद लेना आवश्यक है ताकि शरीर की ऊर्जा बहाल हो सके।
2. गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं जैसे हृदय रोग
  • हृदय रोग या अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
  • ऐसी स्थितियों में डॉक्टर की सलाह के बिना शारीरिक संबंध से बचना चाहिए।

इन स्थितियों में शरीर और स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए शारीरिक संबंध से बचना जरूरी है।



चिकित्सकीय सलाह के अनुसार

 

कभी-कभी शारीरिक संबंधों के बारे में डॉक्टर की सलाह का पालन करना जरूरी होता है, खासकर जब स्वास्थ्य स्थितियां गंभीर हों।

1. डॉक्टर द्वारा संबंध बनाने से मना किए जाने पर
  • यदि डॉक्टर किसी शारीरिक स्थिति या बीमारी के कारण शारीरिक संबंध बनाने से मना करें, तो उनका परामर्श मानना महत्वपूर्ण है।
  • यह स्वास्थ्य की देखभाल और सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
2. सर्जरी के बाद रिकवरी के दौरान
  • सर्जरी के बाद शरीर को ठीक होने के लिए समय चाहिए होता है।
  • डॉक्टर की सलाह पर रिकवरी अवधि के दौरान शारीरिक संबंध से बचना चाहिए ताकि शरीर पूरी तरह से ठीक हो सके।

इन स्थितियों में चिकित्सकीय सलाह का पालन करना और शारीरिक संबंध से बचना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।



 

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संबंधों में समस्या या विवाद के समय

 

जब रिश्ते में तनाव या विवाद हो, तो शारीरिक संबंधों से बचना चाहिए, क्योंकि यह स्थिति को और बिगाड़ सकती है।

1. जब आपसी विश्वास या समझदारी में कमी हो
  • यदि रिश्ते में विश्वास या समझदारी की कमी हो, तो शारीरिक संबंधों से भावनात्मक और मानसिक दूरी बढ़ सकती है।
  • इस समय, बेहतर है कि दोनों साथी एक दूसरे से संवाद करें और विश्वास बहाल करने की कोशिश करें।
2. जब किसी साथी के प्रति अनादर या अपमान की भावना हो
  • अगर किसी साथी के प्रति अनादर या अपमान की भावना हो, तो शारीरिक संबंध बनाने से समस्या और बढ़ सकती है।
  • ऐसे में, रिश्ते की मर्यादा और सम्मान बनाए रखने के लिए शारीरिक संबंध से बचना चाहिए।

इन स्थितियों में, शारीरिक संबंधों से पहले रिश्ते में सुधार लाने की कोशिश करना आवश्यक है।



मासिक धर्म के दौरान

 

मासिक धर्म के दौरान शारीरिक संबंधों के बारे में विचार करते समय, स्वास्थ्य, स्वच्छता और व्यक्तिगत धारणाओं का ध्यान रखना जरूरी है।

1. मासिक धर्म में स्वास्थ्य और स्वच्छता का ध्यान
  • मासिक धर्म के दौरान शरीर में स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस समय शरीर में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
  • शारीरिक संबंध बनाने से पहले स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए ताकि दोनों पार्टनर्स का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।
2. व्यक्तिगत और सांस्कृतिक धारणाएँ
  • कई संस्कृतियों और व्यक्तियों में मासिक धर्म के दौरान शारीरिक संबंधों को लेकर अलग-अलग धारणाएँ हो सकती हैं।
  • यदि किसी साथी को इस समय शारीरिक संबंधों में असहजता महसूस होती है, तो सहमति और सम्मान के साथ यह निर्णय लिया जाना चाहिए।

इन परिस्थितियों में स्वच्छता, समझदारी और सम्मान के साथ निर्णय लेना जरूरी है।

 

 

संक्रमण या बीमारी के लक्षण होने पर

 

जब किसी को संक्रमण या बीमारी के लक्षण हों, तो शारीरिक संबंध से बचना चाहिए ताकि स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर न हो और साथी की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

1. बुखार, फ्लू, या अन्य संक्रामक रोगों के दौरान
  • बुखार, फ्लू, या संक्रामक रोग जैसे सर्दी-जुकाम के लक्षणों के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से संक्रमण फैल सकता है।
  • इस समय, शरीर को आराम की आवश्यकता होती है और अन्य व्यक्ति को संक्रमण से बचाने के लिए शारीरिक संबंध से परहेज करना चाहिए।
2. साथी की सुरक्षा के लिए सावधानियाँ
  • यदि आप किसी संक्रामक रोग के लक्षणों का सामना कर रहे हैं, तो साथी की सुरक्षा के लिए शारीरिक संबंधों से बचना चाहिए।
  • हाथ धोना, मास्क पहनना और चिकित्सा सलाह लेना भी महत्वपूर्ण है।

स्वास्थ्य की सुरक्षा और संक्रमण से बचाव के लिए इस समय शारीरिक संबंध बनाने से परहेज करना सबसे अच्छा होता है।



यौन स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व पर जोर

 

यौन स्वास्थ्य और स्वच्छता दोनों ही स्वस्थ और सुखमय शारीरिक संबंधों के लिए आवश्यक हैं। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखता है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक भलाई को भी प्रभावित करता है।

1. सुरक्षित और स्वस्थ संबंधों के लिए सुझाव
  • सुरक्षित संबंध: हमेशा कंडोम का उपयोग करें, खासकर जब आप या आपका साथी यौन संचारित रोगों (STIs) से प्रभावित हो सकते हैं।
  • स्वच्छता बनाए रखें: शारीरिक संबंध से पहले और बाद में दोनों पार्टनर्स को अच्छे से हाथ धोने और स्वच्छता का पालन करना चाहिए।
  • नियमित चिकित्सा जांच: नियमित रूप से यौन स्वास्थ्य की जांच करवाएं ताकि किसी भी संक्रमण या समस्या का समय पर पता चल सके।
  • संचार और सहमति: शारीरिक संबंध से पहले दोनों साथी के बीच खुले और ईमानदार संवाद हो। सहमति और सम्मान के साथ संबंध बनाना चाहिए।

 

2. अपने और साथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना
  • स्वास्थ्य की निगरानी: यदि किसी को संक्रमण, चोट, या अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ हैं, तो शारीरिक संबंध से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
  • सुरक्षा उपायों का पालन: साथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कंडोम और अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करें।
  • मानसिक स्थिति का ख्याल रखें: शारीरिक संबंध से पहले मानसिक और भावनात्मक स्थिति को भी समझें। अगर कोई तनाव या असहमति हो, तो यह सही समय नहीं हो सकता है।

यौन स्वास्थ्य और स्वच्छता का ध्यान रखना रिश्ते को मजबूत और सुरक्षित बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।



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कैसे उपयोग करें: 1-2 कैप्सूल, दिन में दो बार दूध के साथ या अपने चिकित्सक के निर्देशानुसार। 


निष्कर्ष

 

सही समय पर और सही परिस्थितियों में शारीरिक संबंध बनाना न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए, बल्कि मानसिक और भावनात्मक भलाई के लिए भी महत्वपूर्ण है। किसी भी स्थिति में, यह जरूरी है कि दोनों साथी एक-दूसरे का सम्मान करें, सहमति दें, और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।

1. सही निर्णय लेने का महत्व
  • शारीरिक संबंध बनाने से पहले स्वास्थ्य, मानसिक स्थिति और आपसी सहमति का ध्यान रखना चाहिए।
  • किसी भी प्रकार के संक्रमण, स्वास्थ्य समस्या, या मानसिक अस्थिरता के दौरान निर्णय लेने में सावधानी बरतनी चाहिए।
2. स्वस्थ संबंधों के लिए संवाद और समझदारी
  • अच्छे और स्वस्थ संबंधों के लिए खुले संवाद और समझदारी जरूरी है।
  • दोनों पार्टनर्स को एक-दूसरे की भावनाओं और शारीरिक स्थिति का सम्मान करना चाहिए और हर कदम पर एक दूसरे से सहमति प्राप्त करनी चाहिए।

सही निर्णय और समझदारी से शारीरिक संबंधों को सुखमय और सुरक्षित बनाया जा सकता है, जिससे रिश्ते और भी मजबूत होते हैं।

 

 

 

 

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Disclaimer- इस ब्लॉग में प्रस्तुत जानकारी केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है और यह चिकित्सा, स्वास्थ्य, या चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इस ब्लॉग में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल शिक्षात्मक और सूचना प्रदान करने का है और यह किसी भी विशिष्ट चिकित्सा स्थिति, निदान, या उपचार के लिए सलाह नहीं प्रदान करती है।
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